‘जो राम को नहीं मानते, उनका त्रिवेणी संगम पर क्या काम…’ महाकुंभ में अल्पसंख्यकों पर धीरेंद्र शास्त्री का बयान
Dhirendra Krishna Shastri on Maha Kumbh 2024: पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने महाकुंभ 2024 में अल्पसंख्यकों के दुकानें नहीं लगाने के अखाड़े के फैसले का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि जो लोग सनातन धर्म और भगवान राम को नहीं मानते, उनका त्रिवेणी संगम पर क्या काम है?
Dhirendra Krishna Shastri on Muslim: महाकुंभ में अल्पसंख्यकों के दुकानें नहीं लगाने के अखाड़े के फैसले पर धीरेंद्र शास्त्री ने अपनी सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में अल्पसंख्यकों का प्रवेश प्रतिबंधित होना चाहिए और उन्हें दुकानें संचालित करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा, “जो लोग सनातन धर्म के बारे में नहीं जानते, वे महाकुंभ में दुकान कैसे चला सकते हैं?”
धीरेंद्र शास्त्री ने महाकुंभ में मुस्लिम समुदाय के लोगों को दुकानें नहीं देने की अखाड़ा परिषद की मांग को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि जो लोग भगवान राम और सनातन को नहीं मानते, उनके लिए त्रिवेणी संगम पर जाने का क्या औचित्य है?
अखाड़ा परिषद की मांग का समर्थन प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ को लेकर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अखाड़ा परिषद की यह मांग सही है कि महाकुंभ में गैर-हिंदुओं को दुकानें और प्रवेश नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने मजाक में अमिताभ बच्चन की फिल्म का गीत भी गुनगुनाया, “मेरे अंगने में तुम्हारा क्या काम है?” और कहा कि अगर कोई भगवान राम के प्रति श्रद्धा नहीं रखता तो महाकुंभ में उसका क्या स्थान है?
धीरेंद्र शास्त्री ने यह भी कहा कि कुछ घटनाओं से सबक लेना आवश्यक है और ऐसे लोगों को, जिन्हें सनातन धर्म की जानकारी नहीं है, महाकुंभ में व्यापार की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। उन्होंने अखाड़े के इस निर्णय का स्वागत किया।