Magesh Yadav के दोस्त का एनकाउंटर: 1 लाख का इनामी, सुल्तानपुर डकैती केस में पुलिस की कार्रवाई पर उठे सवाल
Robbery Case Accused Encounter: सुल्तानपुर डकैती केस के एक लाख रुपये के इनामी आरोपी अनुज प्रताप सिंह को आज पुलिस ने एक एनकाउंटर में मार गिराया। उसे STF ने मुखबिर की सूचना के आधार पर उन्नाव में घेरकर ढेर किया। अनुज को मंगेश यादव का दोस्त बताया जा रहा है।
Sultanpur Robbery Case Accused Encounter: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर डकैती केस में एक और बड़ी कार्रवाई हुई है। लखनऊ STF ने एक लाख रुपये के इनामी आरोपी अनुज प्रताप सिंह को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। यह एनकाउंटर उन्नाव के अचलगंज इलाके में हुआ, और उन्नाव के ASP अखिलेश सिंह ने इसकी पुष्टि की।
ASP के अनुसार, इससे पहले मंगेश यादव का एनकाउंटर किया गया था, और आज उसके दोस्त अनुज को मार गिराया गया। अनुज ने भी पुलिस पर फायरिंग की थी, जिसके जवाब में वह घायल हो गया, लेकिन उन्नाव जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, अनुज का एक साथी भागने में सफल रहा।
मुखबिर की सूचना पर घेराबंदी:
ASP ने बताया कि अनुज के सिर में गोली लगी। वह अमेठी जिले के मोहनगंज थाना क्षेत्र के जनापुर गांव का निवासी था और डकैती के दौरान CCTV कैमरे में कैद हो गया था। उसकी पहचान होने के बाद से पुलिस उसे तलाश कर रही थी। अनुज और मंगेश ने मिलकर 28 अगस्त 2024 को भरतजी ज्वैलर्स में लगभग 1 करोड़ 35 लाख रुपये की डकैती की थी।
डकैती के आरोपी मंगेश यादव और अनुज ठाकुर एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। एनकाउंटर में घायल हुए तीन अन्य आरोपियों को पकड़ा गया है, जबकि चार और आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तीन आरोपी अभी भी फरार हैं। अनुज की लोकेशन मुखबिरों ने उन्नाव में बताई थी, जिसके बाद उसे घेरकर कार्रवाई की गई।
मंगेश यादव एनकाउंटर पर उठे सवाल:
जब पुलिस ने मंगेश यादव का एनकाउंटर किया था, तो वह सवालों के घेरे में आ गई थी। जातिगत विवाद हुआ और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि मंगेश को जाति देखकर मारा गया है। एनकाउंटर करने वाले अफसर का चप्पल पहने होना भी विवाद का कारण बना। पुलिस पर कई सवाल उठे थे, लेकिन धीरे-धीरे मामला दब गया।