DA बढ़ने पर वेतन में होने वाले परिवर्तनों का विश्लेषण: जानें 5 प्रमुख बिंदुओं में नया सैलरी स्ट्रक्चर
महंगाई भत्ता (DA) बढ़ने के बाद वेतन संरचना: जैसे ही महंगाई भत्ता बढ़ा, लोगों की सैलरी में भी वृद्धि हुई है। नया सैलरी स्ट्रक्चर लागू किया गया है, जिससे कर्मचारियों के वेतन में काफी सुधार हुआ है। इस बार दिवाली पर उन्हें बोनस के साथ वेतन वृद्धि का एक खास तोहफा मिला है। इसलिए, नया सैलरी स्ट्रक्चर जानना बेहद जरूरी है।
दिवाली बोनस और महंगाई भत्ते में वृद्धि: मोदी सरकार ने देश के 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनर्स को दिवाली का एक बड़ा उपहार दिया है। हाल ही में मोदी कैबिनेट ने 7वें वेतन आयोग के तहत आने वाले कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) में 3 प्रतिशत की वृद्धि का प्रस्ताव पारित किया है। अब महंगाई भत्ता 50 प्रतिशत से बढ़कर 53 प्रतिशत हो गया है। इससे पहले, मार्च 2024 में महंगाई भत्ते में 4 प्रतिशत की वृद्धि की गई थी, जिससे यह 46 प्रतिशत से बढ़कर 50 प्रतिशत हो गया था। साल में दूसरी बार महंगाई भत्ते में इस बढ़ोतरी से कर्मचारियों को दिवाली पर बोनस के साथ बढ़ी हुई सैलरी का एरियर भी मिलेगा। आइए जानते हैं कि इस महंगाई भत्ता वृद्धि से सैलरी में कितनी राशि का इजाफा होगा।
ऐसे कैलकुलेट होगी सैलरी
बेसिक सैलरी में ग्रेड पे जोड़कर उसे बढ़े हुए महंगाई भत्ता प्रतिशत से गुणा करके जो अमाउंट आएगा, वह टोटल DA अमाउंट होगा। इस DA अमाउंट को बेसिक सैलरी और ग्रेड पे में जोड़कर जो अमाउंट आएगा, वह नई सैलरी होगी। जैसे 10 हजार रुपये बेसिक सैलरी है। एक हजार रुपये ग्रेड पे है। इन दोनों को जोड़ने पर 11 हजार रुपये बनेंगे। 11 हजार को 53 प्रतिशत से गुणा करके 5830 रुपये DA अमाउंट बनेगा। 11 हजार में 5830 रुपये जोड़कर सैलरी 16830 रुपये बनेगी, यानी सैलरी में पिछले DA प्रतिशत की तुलना में करीब 330 रुपये का इजाफा हुआ। अलग-अलग बेसिक पे के हिसाब से सैलरी स्ट्रक्चर भी अलग-अलग होगा।
3 महीने का एरियर मिलेगा
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय कर्मचारियों को नवंबर महीने में आने वाली सैलरी बढ़कर मिलेगी। बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता एक जुलाई से लागू होगा, इसलिए कर्मचारियों को अगस्त, सितंबर, अक्टूबर का महंगाई भत्ते का एरियर भी मिलेगा।
जनवरी से जुलाई में महंगाई भत्ते की वृद्धि: हर साल, सरकार आमतौर पर दो बार महंगाई भत्ता बढ़ाने की प्रक्रिया अपनाती है—एक जनवरी में और दूसरी जुलाई में। लेकिन वर्ष 2024 में, महंगाई भत्ता मार्च और अक्टूबर में बढ़ाया गया, जो एक जनवरी और एक जुलाई से प्रभावी हुआ। इस बार कर्मचारियों को न केवल बढ़ी हुई सैलरी का लाभ मिला, बल्कि उन्हें एरियर का भी फायदा मिला।
महंगाई भत्ता बढ़ाने का उद्देश्य: मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, महंगाई भत्ता महंगाई की वृद्धि के अनुरूप बढ़ाया जाता है ताकि सरकारी कर्मचारियों का जीवन स्तर संतुलित रहे। यह भत्ता सरकारी कर्मचारियों, सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों और पेंशनरों को दिया जाता है। इसकी गणना ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (AICPI) के आधार पर की जाती है। महंगाई की दो मुख्य श्रेणियां होती हैं: खुदरा (रिटेल) और थोक। खुदरा महंगाई दर उन कीमतों पर निर्भर करती है, जिन्हें लोग दैनिक जीवन में चुकाते हैं। इस दर को सीपीआई (CPI) कहा जाता है और इसी के आधार पर महंगाई भत्ता तय होता है।
महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी: मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पिछले तीन वर्षों में महंगाई भत्ता 6 बार बढ़ चुका है। अक्टूबर 2024 में 3 प्रतिशत की वृद्धि के साथ महंगाई भत्ता 50 प्रतिशत से बढ़कर 53 प्रतिशत हो गया। मार्च 2024 में 4 प्रतिशत की बढ़ोतरी से यह 46 प्रतिशत से 50 प्रतिशत हुआ। सितंबर 2023 में 4 प्रतिशत की वृद्धि के साथ यह 42 प्रतिशत से 46 प्रतिशत तक पहुंच गया। मार्च 2023 में 4 प्रतिशत बढ़ने पर महंगाई भत्ता 38 प्रतिशत से 42 प्रतिशत हुआ। इससे पहले, सितंबर 2022 में 4 प्रतिशत की वृद्धि से यह 34 प्रतिशत से 38 प्रतिशत हो गया था। मार्च 2022 में 3 प्रतिशत की वृद्धि के बाद यह 31 प्रतिशत से 34 प्रतिशत तक पहुंच गया।