1825 रन, 411 विकेट: टीम इंडिया के पहले कप्तान का शानदार सफर
सी.के. नायडू: पहले भारतीय क्रिकेट कप्तान
भारतीय क्रिकेट टीम को 1932 में टेस्ट क्रिकेट का दर्जा मिला था। उस समय टीम इंडिया के पहले कप्तान के रूप में उस खिलाड़ी को चुना गया, जिसने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 11,000 से ज्यादा रन और 400 से अधिक विकेट हासिल किए थे।
सीके नायडू: भारत के पहले क्रिकेट कप्तान
भारत में क्रिकेट का खेल अंग्रेजों के समय से ही लोकप्रिय था, लेकिन शुरुआती दौर में टीम इंडिया में राजघरानों की काफी दखलअंदाजी थी, जिससे कई योग्य खिलाड़ियों को मौका नहीं मिल पाता था। इसी का असर टीम इंडिया के पहले कप्तान के चयन में भी देखने को मिला। उस समय भारतीय टीम का चयन अंग्रेजों द्वारा किया जाता था। आइए जानते हैं, कैसे भारत को क्रिकेट में पहचान मिली और टीम इंडिया का पहला कप्तान कौन था।
सीके नायडू: भारतीय टीम के पहले कप्तान
1926 में भारतीय क्रिकेट को असली पहचान मिली, जब सीके नायडू ने बॉम्बे के जिमखाना मैदान में हिंदुओं की टीम के लिए खेलते हुए शानदार बल्लेबाजी की। उन्होंने 11 छक्कों और 14 चौकों की मदद से 158 रनों की धमाकेदार पारी खेली, जिससे अंग्रेजों ने भी भारतीय क्रिकेट की ताकत को स्वीकार किया। 1932 में भारतीय क्रिकेट टीम को टेस्ट का दर्जा मिला, और इसी साल टीम इंडिया ने अपना पहला विदेशी दौरा किया, जिसका चयन अंग्रेजों ने किया था।
उस समय काउंटी क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ियों द्वारा टीम इंडिया का चयन होता था, और टीम का कप्तान अक्सर किसी राजघराने से चुना जाता था। जब टीम इंडिया अपने पहले विदेशी दौरे पर जाने वाली थी, तो शुरुआत में कप्तान के रूप में महाराजा पटियाला को चुना गया, लेकिन उनके इनकार करने के बाद पोरबंदर के राजा राणा साहब को कप्तान बनाया गया था। हालांकि, असल में कप्तानी की जिम्मेदारी अंततः सीके नायडू को मिली, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।