यूपी में होते बाबा सिद्दीकी तो हो जाता एनकाउंटर’, रॉ के पूर्व अधिकारी के बयान से मचा हड़कंप
Baba Siddique Murder Case: एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की मौत के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। रॉ के पूर्व अधिकारी एनके सूद ने महाराष्ट्र सरकार द्वारा बाबा सिद्दीकी को राजकीय सम्मान देने के फैसले की आलोचना करते हुए इस पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अगर बाबा सिद्दीकी उत्तर प्रदेश में होते, तो उनका एनकाउंटर कर दिया जाता। इस बयान से राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है।
Baba Siddique Murder Case: एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की मौत पर सियासी हलचल तेज हो गई है, खासकर रॉ के पूर्व अधिकारी एनके सूद के बयान के बाद। सूद ने बाबा सिद्दीकी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी मौत पर लोग शोक जता रहे हैं, लेकिन सिद्दीकी कोई भला आदमी नहीं था, बल्कि एक माफिया था। सूद ने कहा, “अगर बाबा सिद्दीकी उत्तर प्रदेश में होते, तो योगी आदित्यनाथ ने अब तक उनका एनकाउंटर करवा दिया होता।”
सूद ने यह भी कहा कि बाबा सिद्दीकी की मौत से कानून व्यवस्था बेहतर होगी। उन्होंने यूपी का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां जितने भी जिहादी और अंडरवर्ल्ड से जुड़े लोग थे, उनका या तो एनकाउंटर हो गया या उन्हें गोली मार दी गई। सूद ने सिद्दीकी के अंडरवर्ल्ड से जुड़े होने का दावा करते हुए कहा कि शिंदे सरकार एक ऐसे आदमी को राजकीय सम्मान दे रही है, जो इसके लायक नहीं था, और इसके बावजूद मुस्लिम वोट नहीं मिलेगा।
लॉरेंस बिश्नोई कर रहा सफाई का काम
रॉ के पूर्व अधिकारी एनके सूद ने एक बड़ा दावा करते हुए कहा कि लॉरेंस बिश्नोई ने बाबा सिद्दीकी की मौत की जिम्मेदारी ली है। अगर बाबा सिद्दीकी उत्तर प्रदेश में होते, तो योगी आदित्यनाथ ने उनका एनकाउंटर करवा दिया होता, लेकिन मुंबई में लॉरेंस बिश्नोई ने ही इस काम को अंजाम दिया। सूद ने कहा, “जिसे मारा गया, वह ईमानदार व्यक्ति नहीं था, और लॉरेंस बिश्नोई सफाई का काम कर रहा है।”
सूद ने यह भी कहा कि बॉलीवुड में अंडरवर्ल्ड का प्रभाव अभी भी कायम है। उन्होंने संजय दत्त और शाहरुख खान के बेटे का जिक्र करते हुए कहा, “सभी जानते हैं कि कैसे वे लोग बच निकले।” उनके मुताबिक, लॉरेंस बिश्नोई ने मुंबई में अंडरवर्ल्ड से जुड़े कई कामों को साफ करने का दावा किया है।
बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड की कड़ी
सूद ने बताया कि बाबा सिद्दीकी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच चल रही थी, और उनकी 400 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त भी की जा चुकी थी। ईडी की गिरफ्तारी की तैयारी से पहले ही उनकी हत्या कर दी गई। सूद का कहना है कि बाबा सिद्दीकी बॉलीवुड और अंडरवर्ल्ड के बीच की कड़ी थे। उन्होंने याद दिलाया कि 1993 के मुंबई ब्लास्ट के बाद सरकार द्वारा बनाई गई कमिटी ने अंडरवर्ल्ड और नेताओं के नाम उजागर किए थे, लेकिन केंद्र की तत्कालीन पीवी नरसिम्हा राव सरकार ने उन नामों को छिपाने का काम किया।