पॉल्यूशन चेक नहीं हुआ तो कटेगा 10,000 का चालान, 24 दिनों में 47,000 चालान हुए जारी
Challan of Rs 10000: बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस अब सख्ती बरत रही है। 1 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में लगभग 47,000 चालान काटे गए हैं, जिससे करीब 47 करोड़ रुपए की वसूली हुई है।
Vehicle Pollution Certificate: राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सरकार सख्त कदम उठा रही है, क्योंकि यह हमारी सेहत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहा है। प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस भी सख्त हो गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक दिल्ली में लगभग 47,000 चालान काटे गए, जिससे करीब 47 करोड़ रुपये की वसूली हुई है। यह चालान पॉल्यूशन सर्टिफिकेट (PUC Certificate) के उल्लंघन के तहत लगाए गए हैं। जिन वाहनों में वैध PUC सर्टिफिकेट नहीं है, उनके मालिकों पर 10,000 रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है, और यह जुर्माना कोर्ट से बरी हो सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में बढ़ती गाड़ियों की संख्या के कारण प्रदूषण में वृद्धि हो रही है। दिल्ली यातायात पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर महीने में एक विशेष अभियान चलाया गया, जिसके तहत ये चालान किए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान के तहत आश्रम चौक, आईटीओ चौक, पीरागढ़ी, आनंद विहार और महरौली जैसे प्रमुख स्थानों पर यातायात पुलिस ने कार्रवाई की।
1 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक, करीब 47,343 गाड़ियों के चालान काटे गए, जिनके चालक प्रदूषण या समाप्त पीयूसी प्रमाणपत्र के बिना पकड़े गए थे। आंकड़ों के अनुसार, इनमें भारी परिवहन वाहनों समेत सभी प्रकार के वाहन शामिल हैं। यह अभियान अभी भी जारी है, और वाहनों की जांच लगातार की जा रही है।
दिल्ली में प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है, जो कि स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। इसके बावजूद लोग लापरवाही बरत रहे हैं। दिल्ली यातायात पुलिस का कहना है कि पीयूसी (प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र) से जुड़े नियमों का कड़ाई से पालन करना बहुत जरूरी है, ताकि राजधानी को प्रदूषण मुक्त रखने में मदद मिल सके।
दिल्ली में लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है जोकि बेहद खतरनाक है। लोग अभी भी लापवाही कर रहे हैं। दिल्ली यातायात पुलिस का कहना है कि पीयूसी से जुड़े नियमों का सख्ती से पालन कराना बेहद जरूरी है ताकि राजधानी को प्रदूषण के मुक्त रखने में सहयोग किया जा सके।
PUC (प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र) क्या है?
PUC प्रमाणपत्र का मतलब है ‘प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र’। इसे प्रदूषण प्रमाणपत्र भी कहा जाता है, और यह भारत में वाहन मालिकों के लिए एक आवश्यक दस्तावेज़ है। यह प्रमाणपत्र यह सुनिश्चित करता है कि आपका वाहन निर्धारित उत्सर्जन मानकों का पालन कर रहा है। हर राज्य में जारी किया गया PUC सर्टिफिकेट दूसरे राज्य में भी वैध माना जाता है। यदि आपके पास PUC सर्टिफिकेट नहीं है, तो आपको 10,000 रुपये तक का जुर्माना भरने की सजा हो सकती है।