भारतीय युवाओं में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों का क्या है कारण? विशेषज्ञ ने बताए उपाय और बचाव के तरीके
Heart Attack Causes: भारत में हार्ट अटैक एक बढ़ता हुआ खतरा बन चुका है, जो हर साल लाखों लोगों को प्रभावित कर रहा है। हार्ट स्पेशलिस्ट से जानें इसके कारण और अपने बचाव के लिए क्या कदम उठा सकते हैं।
Heart Attack Causes: देश और दुनिया में हृदय रोग के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे बड़ी संख्या में लोग हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट का शिकार हो रहे हैं। आज के समय में हार्ट अटैक से होने वाली मौतें मृत्यु का एक प्रमुख कारण बन चुकी हैं। पहले, यह समस्या मुख्यतः बुजुर्गों में ही देखी जाती थी, लेकिन अब युवा और बच्चे भी इसके शिकार हो रहे हैं। भारत में भी युवाओं के बीच हार्ट अटैक के मामले बढ़ते जा रहे हैं। हार्ट स्पेशलिस्ट डॉक्टर अशोक सेठ ने इस समस्या के बढ़ते मामलों को लेकर कुछ कारण बताए हैं। आइए जानते हैं इस बारे में और यह भी कि बचाव के लिए हमें क्या करना चाहिए।
भारत है हार्ट अटैक कैपिटल!
डॉक्टर अशोक का कहना है कि भारत में हार्ट अटैक के मामले अन्य देशों की तुलना में सबसे अधिक हैं। अगर विश्व स्तर पर हार्ट अटैक के 50% मामले हैं, तो उनमें से 20% मामले भारत से हैं। विशेषज्ञ के अनुसार, पिछले 10 वर्षों में देश में हार्ट अटैक के मामलों में 200 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो सामान्य नहीं है। वर्तमान में, भारत में हार्ट अटैक एक प्रमुख कारण बन चुका है, जो विशेष रूप से युवाओं को प्रभावित कर रहा है।
युवाओं को हार्ट अटैक का खतरा क्यों?
युवाओं में हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों का सबसे बड़ा कारण उनकी खराब लाइफस्टाइल है। इसमें प्रमुख कारक जैसे डायबिटीज, उच्च कोलेस्ट्रॉल और उच्च रक्तचाप शामिल हैं। भारत मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल और उच्च रक्तचाप के मामलों में दुनिया में शीर्ष स्थान पर है। हार्ट स्पेशलिस्ट के अनुसार, ये समस्याएं युवाओं को कम उम्र में प्रभावित कर रही हैं। इसके अलावा, धूम्रपान की बढ़ती आदत भी हार्ट अटैक का एक महत्वपूर्ण कारण बन रही है, जिसमें महिलाओं का धूम्रपान भी तेजी से बढ़ रहा है।
युवाओं में हार्ट अटैक के प्रमुख कारण
- मोटापा: आजकल बच्चों में मोटापे का बढ़ता मामला युवा अवस्था में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन रहा है। अधिक वजन से डायबिटीज का खतरा भी बढ़ता है, जो हार्ट अटैक की संभावना को बढ़ा सकता है।
- कोलेस्ट्रॉल: भारत में कोलेस्ट्रॉल की समस्या नियंत्रित करना बहुत मुश्किल हो गया है। लोग अपने कोलेस्ट्रॉल स्तर पर ध्यान नहीं देते, जबकि जंक फूड, बाहर का खाना और प्रोसेस्ड फूड इस समस्या को बढ़ाते हैं।
- प्रदूषण: मेट्रोपॉलिटन शहरों में बढ़ता प्रदूषण भी युवाओं में हार्ट अटैक का एक बड़ा कारण है। युवा अधिकांश समय प्रदूषण में बिताते हैं, जिससे हृदय रोगों का जोखिम बढ़ता है। अल्कोहल का सेवन और धूम्रपान भी खतरे को और बढ़ाते हैं।
40 मिनट की एक्सरसाइज से बचाव
डॉक्टरों के अनुसार, हार्ट डिजीज से बचने के लिए रोजाना सिर्फ 40 मिनट की एक्सरसाइज करना आवश्यक है। इसमें आपको हैवी एक्सरसाइज करने की आवश्यकता नहीं है। 40 मिनट में से 5 मिनट वॉर्म-अप और 5 मिनट कूल डाउन में लगाएं, बाकी 30 मिनट की एक्सरसाइज को आप दो हिस्सों में बांट सकते हैं—दो बार 15-15 मिनट की तेज़ चलना भी मदद कर सकता है।