बाबा सिद्धिकी के आखिरी शब्द: शूटरों का शरबत का मज़ा और घटनाक्रम
बाबा सिद्धिकी मर्डर केस: बाबा सिद्दीकी के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। गोली लगने के बाद उन्होंने अपने आखिरी शब्द क्या कहे थे, यह अब सामने आ चुका है। आइए जानते हैं बाबा सिद्दीकी के अंतिम शब्द क्या थे।
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस: बाबा सिद्दीकी की बेरहमी से 12 अक्टूबर को सार्वजनिक स्थल पर हत्या कर दी गई। उन्हें गोलियों से भूनकर मौत के घाट उतारा गया, जिससे हर कोई स्तब्ध है। इस बीच, पुलिस मामले की जांच तेजी से कर रही है। अब तक कई आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि कुछ फरार हैं, जिन्हें जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। लॉरेंस बिश्नोई के गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है, और पुलिस हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है।
बाबा सिद्दीकी के हमले के बाद के आखिरी शब्द: इस केस में एक नया खुलासा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गोली लगने के बाद बाबा सिद्दीकी के अंतिम शब्द थे, “मुझे गोलियां लग गईं, मैं नहीं बचूंगा… मैं मर जाऊंगा…।” इसके अलावा, उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर लगे CCTV फुटेज ने और भी महत्वपूर्ण जानकारी उजागर की है। पुलिस को पता चला है कि शूटर्स बाबा सिद्दीकी का आधे घंटे से ज्यादा समय तक इंतजार कर रहे थे।
फायरिंग से पहले का दृश्य: शूटर्स इस घटना को अंजाम देने से पहले दशहरे के मौके पर श्रद्धालुओं द्वारा बांटे जा रहे फ्री शरबत का आनंद ले रहे थे। पुलिस ने बताया कि जब बाबा सिद्दीकी अपने पार्टी कार्यकर्ताओं, एक पुलिस बॉडीगार्ड और ड्राइवर के साथ ऑफिस से बाहर निकले, तब शूटर्स ने फायरिंग शुरू कर दी। जैसे ही बाबा सिद्दीकी कार तक पहुंचे, उन्हें गोलियां लग चुकी थीं। एक कार्यकर्ता ने खुलासा किया कि पार्टी के तीन सदस्य मदद के लिए ऑफिस के अंदर भाग गए। 28 वर्षीय एक कार्यकर्ता ने बाबा सिद्दीकी को पुलिस अफसर के साथ कार तक पहुंचाया, और उसी दौरान उन्होंने अपने आखिरी शब्द कहे थे।
निधन के एक दिन बाद की महत्वपूर्ण मीटिंग: पुलिस की बातचीत के अनुसार, हादसे के दिन सुबह करीब 11 बजे बाबा सिद्दीकी अपने बेटे जीशान के ऑफिस पहुंचे थे। वहां एक कार्यक्रम था जिसमें दोनों का निमंत्रण था। शाम को, बाप-बेटे ने ऑफिस में नमाज अदा की। इसके बाद, जीशान कुछ खाने के लिए बाहर गए, जबकि बाबा सिद्दीकी ने उन्हें बताया कि वे कुछ देर में काम खत्म करके चले जाएंगे। रविवार को बाबा और जीशान की एक प्रोजेक्ट के सिलसिले में मीटिंग भी निर्धारित थी।